मैथिली गीत
मोन ने लागय अहाँ बिना,
चैन न आबय निश दिना,
मोन ने लागय ............... ।
बीतल दिन सब मोन परैया
रही रही कs हिय चिहुँकी उठैया,
सपना छल जे टूटि गेल अछि,
बिसरब हम कोना ........
मोन ने लागय .......... ।
घनघोर घटा छायल छल नभ मे,
पायल छल अहाँ पग मे,
छम छम छम छम बाजी रहल छल,
थिरकय मोर जेना,
मोन ने लागय................. ।
जीवन हम बितायब सँग सँग,
वचन अहाँ स लेने रही हम,
बैरी जग के नीक ने लगलय,
पनिसोखी के मेघ जेना,
मोन ने लागय अहाँ ........... ।
चैन न आबय निश दिना,
मोन ने लागय ............... ।
बीतल दिन सब मोन परैया
रही रही कs हिय चिहुँकी उठैया,
सपना छल जे टूटि गेल अछि,
बिसरब हम कोना ........
मोन ने लागय .......... ।
घनघोर घटा छायल छल नभ मे,
पायल छल अहाँ पग मे,
छम छम छम छम बाजी रहल छल,
थिरकय मोर जेना,
मोन ने लागय................. ।
जीवन हम बितायब सँग सँग,
वचन अहाँ स लेने रही हम,
बैरी जग के नीक ने लगलय,
पनिसोखी के मेघ जेना,
मोन ने लागय अहाँ ........... ।
-लल्लन प्रसाद ठाकुर-
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